चखहरजू गांव स्थित मां काली स्थान पर चल रहे सात दिवसीय शतचंडी महायज्ञ सह मां काली की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा आचार्य पं. कृपाशंकर पाठक के सानिध्य में सोमवार को हवन पूजन और भव्य भंडारे के साथ संपन्न हुई। आचार्य ने बताया कि मां काली की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान अरणीमंथन, जलाधिवास, अनाधिवास और गुरुवार को नगर परिक्रमा सह रात्रि नवनिर्मित मंदिर में मां काली मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा कराई गई।महायज्ञ के अंतिम दिन यज्ञ मंडप की परिक्रमा और महिला श्रद्धालुओं द्वारा गाए जा रहे मांगलिक गीतों और वैदिक मंत्रोच्चारण से वातावरण गुंजायमान हुआ। आचार्य ने जानकारी दिया कि मां काली की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा को लेकर आयोजित महायज्ञ के दौरान गांव और जवार के श्रद्धालुओं में गजब का उत्साह और भक्तिपूर्ण माहौल देखने को मिला। महायज्ञ के अंतिम दिन यज्ञ स्थल पर भव्य भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने मां काली की प्रसाद ग्रहण किया। इस दौरान देश के कोने-कोने से पधारे संत महात्माओं को अंगवस्त्र और दक्षिणा देकर विदाई की गई। शतचंडी महायज्ञ मां काली की प्राण प्रतिष्ठा में कृष्ण शर्मा,गीता शर्मा, उर्मिला, पूनम, लक्ष्मी, नेहा, निर्मला, सीमा, संध्या, काजल, चांदनी, नंदिनी, अनु, अंशिका, साक्षी, राजकुमार शर्मा, लाल बहादुर, ओम शर्मा, मनोज शर्मा, नीरज शर्मा, आदर्श शर्मा, सूरज शर्मा, धीरज शर्मा, रोशन शर्मा, मनीष व आशीष विकास सहित पूरे ग्रामीणों ने इस धार्मिक अनुष्ठान में बढ़ चढ़कर अपनी भागीदारी सुनिश्चित कराई। मां काली की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा के बाद दर्शन और पूजन को श्रद्धालुओं की भीड़ से भक्ति रस की अविरल धारा प्रवाहित हुई।