
वसीम खान मऊ रिपोर्टर
उत्तर प्रदेश मऊ: जिले में संभावित बाढ़ आपदा से निपटने की तैयारियों को परखने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है। इसी क्रम में 26 जून को बाढ़ प्रभावित तहसीलों मधुबन और घोसी में मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा। इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य विभिन्न विभागों की तैयारियों का परीक्षण करना और आपदा की स्थिति में बेहतर समन्वय स्थापित करना है।
मॉक ड्रिल के प्रमुख कार्यक्रम
तहसील घोसी के अंतर्गत कस्बा नगर पंचायत दोहरीघाट में मॉक ड्रिल के दौरान नाव पलटने की घटना का सजीव प्रदर्शन किया जाएगा। इसके तहत नदी में डूबते हुए व्यक्ति को बचाने की वास्तविक परिस्थितियों में रेस्क्यू ऑपरेशन किया जाएगा। वहीं, तहसील मधुबन के ग्राम सूरजपुर में बाढ़ से मुख्य मार्ग अवरुद्ध होने की स्थिति को दर्शाया जाएगा और राहत शिविर की स्थापना तथा उसके संचालन की प्रक्रिया का अभ्यास किया जाएगा।
विभागों की सक्रिय भागीदारी
इस मॉक ड्रिल में पुलिस, स्वास्थ्य, पशुपालन, लोक निर्माण विभाग, विद्युत, जिला पूर्ति, शिक्षा, समेकित बाल विकास/एनआरएलएम, सिंचाई, कृषि, अग्निशमन एवं आपात सेवा, परिवहन और सूचना विभाग सहित अन्य संबंधित विभाग सक्रिय रूप से भाग लेंगे। सभी विभागों को आपसी तालमेल के साथ आपदा की स्थिति में कार्य करने के लिए निर्देशित किया गया है।
पूर्व तैयारियों की समीक्षा
जिला प्रशासन ने बाढ़ से पहले ही सभी आवश्यक तैयारियों के निर्देश जारी कर दिए थे। हाल ही में आयोजित टेबल टॉप एक्सरसाइज के दौरान राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) और राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) के वरिष्ठ अधिकारियों ने जिले की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने मॉक ड्रिल के माध्यम से वास्तविक परिस्थितियों में कार्य प्रणाली का परीक्षण करने पर बल दिया और आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी किए।
जिला प्रशासन द्वारा की जा रही ये तैयारियां संभावित आपदा की स्थिति में जन-जीवन की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक अहम कदम है।