गाजीपुर। जखनिया विकासखंड के राजापुर गांव में रविवार का दिन मातम में बदल गया। मां-बाप की आंखों का तारा, 15 साल का मासूम गोलू अब इस दुनिया में नहीं रहा। खेलते-हंसते पोखरे पर नहाने गया था, पर किसे पता था कि वही पोखरा उसकी जिंदगी की आखिरी मंज़िल बन जाएगा।स्थानीय गांव निवासी गोलू पुत्र संजय राम, अपने दोस्तों संग गांव के पोखरे पर नहाने गया था। नहाते समय अचानक वह गहरे पानी में चला गया और डूबने लगा। उसके साथ एक और लड़का भी डूबने लगा। बच्चों की चीख-पुकार सुन पास में मजदूरी कर रहे कुछ लोग दौड़े और दोनों को किसी तरह बाहर निकाला। एक बच्चे को बचा लिया गया, पर गोलू की सांसें थम चुकी थीं। फिर भी उम्मीद की एक किरण लिए परिजन उसे रायपुर के निजी अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने साफ कह दिया अब यह बच्चा इस दुनिया में नहीं रहा।जिस वक्त डॉक्टर ने यह शब्द कहे, मां का कलेजा चीर गया। वो बेसुध होकर गिर पड़ीं। बहनों की चीखें अस्पताल की दीवारों को भी कंपा रही थीं। पिता संजय राम, जो खुद दूसरों के लिए मज़दूरी करते हैं, अपने कंधों से अपने बेटे को लौटाकर लाने की आस लेकर गए थे। गोलू पांच भाई-बहनों में दूसरे नंबर पर था। उसकी मासूम हंसी, गांव की गलियों में गूंजने वाली आवाज़ें अब हमेशा के लिए खामोश हो गईं। गांव में ऐसा सन्नाटा पसरा है जैसे किसी ने वक्त थाम दिया हो। लोग एक-दूसरे से नजरें नहीं मिला पा रहे। हर आंख नम है, हर चेहरा उदास।
वहीं बहरियाबाद थाना प्रभारी दिनेश चंद्र पटेल ने बताया कि तहरीर मिली है, शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और जांच की जा रही है।