ब्यूरो रिपोर्ट रविशंकर मिश्रा

वाराणसी में कथा के दौरान दिए बयान पर दर्ज हुई मानहानि की शिकायत
प्रसिद्ध भागवत कथावाचक देवकी नंदन ठाकुर एक बार फिर सुर्खियों में आ गए हैं, लेकिन इस बार कारण धार्मिक प्रवचनों से अलग, कानूनी पेचीदगियों से जुड़ा हुआ है। वाराणसी में आयोजित एक कथा के दौरान उनके द्वारा दिए गए कथित आपत्तिजनक बयान को लेकर उनके खिलाफ मानहानि की शिकायत दर्ज की गई है। यह शिकायत आगरा के ACJM-10 (मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी) कोर्ट में दायर की गई थी, जिस पर संज्ञान लेते हुए अदालत ने उन्हें 9 जुलाई 2025 को व्यक्तिगत रूप से पेश होने का नोटिस जारी किया है।
शिकायतकर्ता का आरोप है कि कथावाचक ने अपने प्रवचन में कुछ ऐसे शब्दों का प्रयोग किया जो एक विशिष्ट समुदाय या वर्ग की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले हैं। इसी के आधार पर उन्हें मानहानि की श्रेणी में लाते हुए न्यायालय में वाद दाखिल किया गया है।
इस पूरे मामले को लेकर श्रद्धालु वर्ग में भी मिश्रित प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। कुछ लोग इसे देवकी नंदन ठाकुर की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला मान रहे हैं, जबकि कुछ का कहना है कि धर्म से जुड़ी जिम्मेदार भूमिकाओं में बैठे लोगों को संयमित भाषा का प्रयोग करना चाहिए।
अब सभी की नजरें 9 जुलाई को होने वाली सुनवाई पर टिकी हैं। देखना यह है कि देवकी नंदन ठाकुर इस मामले में क्या सफाई देते हैं और कोर्ट इस पर क्या रुख अपनाता है। यह मामला न केवल धार्मिक जगत बल्कि कानूनी क्षेत्र में भी गंभीर चर्चा का विषय बन गया है।